पर्यावरण के प्रति हम मनुष्य की कुछ जिम्मदरियाँ है। आज हर मनुष्य अपनी व्यस्त दिनचर्या में इतना डूब गया है कि पर्यावरण से जुड़ी अपनी जिम्मेदारियों को पीछे छोड़ चला है। इन्हीं में शामिल एक जिम्मदारी हमारी जल संरक्षण से जुड़ी है। “जल” से तो यूँ हम रोज लगभग सारे काम करते है

चाहे वो बर्तन धोना हो ,नहाना हो या अन्य घर के काम। पर क्या जल सरंक्षण करने का ख्याल हमारे मन में आता है? या हम केवल जल के इस्तेमाल पर ही ज्यादा ध्यान देते है।अगर आप जल की बर्बादी यूं ही करते रहे, या ऐसे ही जल का इस्तेमाल करते रहे तो ये आने वाले समय में संपूर्ण भारत के लिए गंभीर समस्या बन सकती है। अगर आपको अपना कल बचाना है तो जल को बचाना होगा। यदि इस पहल में कोई कदम नहीं उठाया गया तो आने वाली पीढ़ी के लिए यह एक गंभीर समस्या बन सकती है।

जल संकट लगातार एक ऐसी समस्या बनती जा रही है जिससे ऐसा लगता है कि अब वो दिन दूर नहीं जब जल के लिए मनुष्य को त्रासदी का सामना करना पड़ेगा। इसलिए अब ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने जल को बचाएं उसका संरक्षण करें।

जल संरक्षण से हमारा अभिप्राय जल को सुरक्षित रखने से है।आज बढ़ती जनसंख्या और औद्योगिकीकरण में वृद्धि तथा कृषि में विस्तार होने से जल की मांग बढ़ती जा रही है । इसीलिए ये जरूरी हो गया है की हम जल को सुरक्षित रखने की ओर कदम उठाए।

घर में रहकर अपने छोटे- छोटे कार्य को करते हुए भी हम जल संरक्षण कर सकते है। इसके लिए कोई विशेष रूप से या अलग से प्रयास करने की आवश्यकता नहीं है।

नीचें दिए गए कुछ बिन्दुओ की सहायता सेआप भी पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभायें और जल बचाएं:-

  1. जल की जितनी आवश्यकता हो उतना ही प्रयोग करें।
  2. नल का प्रयोग करते समय उसे सही से बंद कर दे जिससे पानी के रिसाव की गलती न हो।
  3. नहाने के लिए बाल्टी में भरे पानी का इस्तेमाल करें,शावर का प्रयोग न करें।
  4. सब्जियों और फलों को धोने के लिए नल का इस्तेमाल न करें जिससे ज्यादा पानी व्यर्थ न हो।आप इसके लिए किसी बर्तन में पानी भरकर इस काम को कर सकते हैं।
  5. अपने वाहन को धोने के लिए सीधे पाइप का इस्तेमाल न करें । इसके लिए बाल्टी में पानी भरकर अपने वाहन को धोएं।
  6. हाथ धोते समय अगर आप साबुन अपने हाथों में लगा रहे है तो तब तक उस नल को बंद ही रखे और बाद में नल चलाकर पानी से हाथ धोले।
  7. सिंक के पानी का उपयोग आप घर के बाहर की धुलाई के लिए कर सकते हैं।
  8. वर्षा के जल का संरक्षण करके उसका इस्तेमाल अन्य कामों में कर सकते हैं।
  9. आरओ और एयरकंडीशनर से अपशिष्ट जल का पुनः प्रयोग करें जैसे धुलाई करने के लिए,पौधों में पानी डालने के लिए आदि।
  10. अगर आप वाशिंग मशीन का प्रयोग करते है तो उसका इस्तेमाल करते हुए पानी की बचत का भी ध्यान रखें। बिना किसी आवश्यकता के कपड़े धोते समय नल को खुला न छोड़े।

ये कुछ छोटे प्रयास है जो पर्यावरण के प्रति बड़ी जिम्मेदारी को निभाने में हमारी सहायता करेंगे।

जल के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। अगर आज हम अपने जल को सुरक्षित रखेंगे उसका अधिक उपयोग नहीं करेंगे तो हमारा कल बहेतर होगा।

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