नन्ही चिड़िया /MamtaJain

एक पेड़ और कट गया, नन्ही चिड़िया का संकट बड़ गया न जाने कब इस पेड़ की बारी आएगी, फिर न जाने कहां वह अपना आशियाना बनाएगी।

जड़ों से जड़ों तक..

आमतौर पर हम प्रकृति को बचाने की बातें करते हैं। वातावरण को शुद्ध करने के उपाय सोचते हैं और साफ सफाई के नारे लगाते हुए शपथ लेते हैं, मगर मुट्ठी भर कार्य करने के बाद हम दूसरे कार्य और जीवनयापन के साधनों को जुटाने में यह सब बातें भूल जाते हैं।